
स्वास्थ्य : हाल ही में एक स्टडी के तहत दुनिया में पहली बार लोगो के खून में माइक्रो प्लास्टिक के कण plastic molecule in blood पाए गए है। ये वो लोग है जो अपने रोजमर्रा के जीवन में प्लास्टिक के बर्तन, प्लास्टिक के बोत्तल और प्लास्टिक प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते थे। अगर आप भी अपने जीवन में प्लास्टिक प्रोडक्ट का जरुरत से ज्यादा इस्तेमाल कर रहे है तो आपको भी अपना ब्लड टेस्ट करवा लेना चाहिए क्योकि हो सकता है कि आपके भी खून में प्लास्टिक के ऐसे ही कण मिल जाये।
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ये स्टडी नीदरलैंड में हुई है जिसमे कुल 22 लोगो पर शोध किया गया जो प्लास्टिक के बोतल से पानी पीते थे या खाने का सामान रखने के लिए प्लास्टिक के डब्बो का इस्तेमाल करते थे और हमें यकिन है कि आप भी यही करते होंगे। आपके घरो में खाने का जो सामान है वो प्लास्टिक के डब्बो में ही रखते होंगे। कितने सारे लोग तो अपना टिफिन भी प्लास्टिक के डब्बे में ही ले जाते है। खासकर स्कूल के बच्चे अपना टिफिन प्लास्टिक के डब्बो में ही ले जाते है। पीने का पानी भी प्लास्टिक के बोतल में ही रखते है।
अगर आप भी ऐसा करते है तो सावधान हो जाइये। क्युकि जब इन 22 लोगो कि ब्लड सैंपल कि जांच कि गई तो इनमे से 17 लोगो के खून में प्लास्टिक के खतरनाक कण पाए गए। चौकाने वाली बात यह है कि इन 17 में से भी 8 लोगो के खून में ऐसे कण मिले जिनके इस्तेमाल से प्लास्टिक के बोतल बनाई जाती है। हलाकि ये शिकायत उन्ही लोगो में मिली जो प्लास्टिक के बोतल में गर्म पानी पीते थे। हमारे लिए बड़ी सीख ये है कि अगर आप भी प्लास्टिक के बोतल में गर्म पानी पी रहे है तो आपको तुरंत बोतल में गर्म पानी पीना बंद कर देना चाहिए।
क्योकि जो लोग प्लास्टिक के बोतल में गर्म पानी डाल कर पीते थे उनके खून में वही कण (plastic molecule in blood) मिले है जिनसे प्लास्टिक के बोतल बनाये जाते है। इसके अलावा पांच लोगो के खून में पॉलिस्ट्रीन के कण मिले है जिसका उपयोग खाने के सामान जैसे बिस्कुट चिप्स और दूसरे सामान के पैकेजिंग में किया जाता है। जबकि ४ लोगो के खून में पोलिथिलीन के कण मिले है जिसका उपयोग प्लास्टिक के कैरी बैग बनाने में होता है इसके अलावा ये लोग प्लास्टिक के डब्बो में गर्म खाना कहते थे जिसके वजह से उसके कण भी इनके खून तक पहुंच गए इसलिए कभी भी प्लास्टिक के किसी भी डब्बे में न तो गरम खाना डालिये और न ही उसमे माइक्रोवेब में गर्म कीजिये। प्लास्टिक कि समस्या कितनी बड़ी है।
plastic molecule in blood
अनुमान है कि अगले 20 सालो में दुनिया प्लास्टिक कि समस्या से संघर्ष कर रही होगी। और वर्ष 2040 तक पृथ्वी पर लगभग 1 पॉइंट 3 अरब टन प्लास्टिक मौजूद होगा। लोग सोच रहे होंगे कि प्लास्टिक ही तो है इससे क्या फर्क पड़ेगा। हमारे देश में प्लास्टिक बैग पर प्रतिबन्ध लगा हुआ है। हमारे देश में प्लास्टिक के बैग इस्तेमाल नहीं कर सकते है लेकिन इसके बावजूद लोग चोरी छुपे इसका उपयोग करते हैऔर अनजाने में बहुत बड़ी गलती कर रहे है।
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एक स्टडी रिसर्च में बताया गया है कि एक इंसान के शरीर में पुरे साल में 39 हजार से 52 हजार प्लास्टिक के कण प्रवेश करते है और सांस लेते हुए 74 हजार प्लास्टिक के कण हमारे शरीर में चले जाते है। यह आकड़ा सिर्फ 1 साल का है। यानि आज समुन्द्र हवा पानी यहाँ तक कि हमारे शरीर में भी प्लस्टिक कि मिलावट हो चुकी है जो कि बहुत बड़ी बात है। इसलिए अगर आप भी प्लास्टिक के बोतल से पानी पीते है या प्लास्टिक पैकेट फ़ूड का इस्तेमाल करते है या खाने के चीजों को प्लास्टिक के डब्बो में रखते है तो सावधान हो जाइये क्युकि ये आपकी सेहत के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है।
1 thought on “प्लास्टिक का ज्यादा इस्तेमाल करते है तो हो जाइये सावधान। कही आपके खून में भी प्लास्टिक के कण तो नहीं”